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जल-जीवन-हरियाली एवं स्वच्छता को लेकर निकाली गई जागरूकता रैली एवं जिलाधिकारी ने सफाई पर गया वासियों से किया आव्हान।*

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*जल-जीवन-हरियाली एवं स्वच्छता को लेकर निकाली गई जागरूकता रैली एवं जिलाधिकारी ने सफाई पर गया वासियों से किया आव्हान।*

धीरज गुप्ता की रिपोर्ट गया बिहार

गया में जल-जीवन-हरियाली के लिए जागरूकता लाने हेतु टावर चौक गया से गांधी मैदान गया तक साइकिल रैली निकाली गई है साईकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर जिलाधिकारी श अभिषेक सिंह द्वारा रवाना किया गया। रैली में नगर आयुक्त,नगर निगम,उप विकास आयुक्त,निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सहित तमाम पदाधिकारी,शहरी क्षेत्र के विद्यालयों के छात्र-छात्राओं एवं एनसीसी के छात्र शामिल हुए और संपूर्ण रास्ते में जल-जीवन-हरियाली एवं स्वच्छता को लेकर नारा लगाया गया है

साइकिल रैली के समापन स्थल गांधी मैदान में सभी को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि एक वर्ष पूर्व सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाया गया था, जिस प्लास्टिक का यूज़ सिर्फ एक बार किया जाता है उन्होंने कहा कि इसी सिलसिले में आज पूरा देश संकल्प ले रहा है अपना भविष्य सुधारने के लिए और उन्होंने कहा कि प्लास्टिक हमारे पर्यावरण में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न कर रहा है सिंगल यूज प्लास्टिक का री-साईकल नहीं किया जा सकता है यह प्लास्टिक जब फेंका जाता है तो या हजारों साल तक नष्ट नहीं होता है और वह वैसे के वैसे ही रह जाता है इससे आसपास की मिट्टी एवं पर्यावरण का नुकसान होता है कई बार पालतू पशुओं द्वारा खाए जाने पर उनकी मौत तक हो जाती है यह नालियों को जाम कर देता है क्योंकि यह गलता नहीं है उन्होंने कहा कि 50 साल पहले जब प्लास्टिक नहीं था तब भी हमारा कार्य होता था। प्लास्टिक आ जाने से उस पर हमारी निर्भरता बढ़ गई है और ऐसा लगता है कि हम प्लास्टिक के बिना कैसे रह सकते हैं उन्होंने कहा कि गत वर्ष बिहार सरकार के द्वारा प्लास्टिक बैन किया गया था और इसमें सभी का सहयोग प्राप्त हुआ था लेकिन अभी भी कई जगहों पर सिंगल यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग किया जा रहा है उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा आज के दिन संपूर्ण भारत में इस पर बैन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह 2014 में देश भर में स्वच्छता अभियान चलाया गया था। उसी तरह 2019 में सिंगल यूज़ प्लास्टिक बैन कार्यक्रम चलाया जाएगा और इसके लिए पूरे देश को आज संबोधित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि *आइए हम सभी आज संकल्प लें की सिंगल यूज़ प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करेंगे।* उन्होंने कहा कि इसके उपरांत हम गांधी मैदान में श्रमदान के रूप में प्लास्टिक चुनेंगे।

उन्होंने कहा कि इसी के साथ जल-जीवन-हरियाली योजना का शुभारंभ किया जाना था परंतु कुछ कारणों से इसकी तिथि में विस्तार किया गया है उन्होंने कहा कि जो पुराने लोग हैं वह देख रहे होंगे कि पिछले 20 से 25 सालों में किस तरह से जलवायु में परिवर्तन हुआ हैजहां वर्षा की शुरुआत जून से हुआ करती थी अब अगस्त सितंबर में वर्षा हो रही है इसी तरह हम लोगों ने देखा कि 15 एवं 16 जून 2019 को गया, औरंगाबाद और नवादा में हीट स्ट्रोक हुई और अनेक लोगों की मृत्यु हो गई है उसी प्रकार हम देख रहे हैं कि शहरी क्षेत्र में एवं कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट हो रहे हैं यह सब प्रकृति का हमें एक संकेत है कि जिस रास्ते पर हम चल रहे हैं उसे बदलना होगा और इसके लिए हमें सुनिश्चित करना होगा कि हमारे आसपास हरियाली हो। इसके लिए पेड़ आवश्यक है साथ ही आसपास के जल स्रोतों को फिर से पुनर्जीवित किया जाए ताकि उसका प्रयोग किया जा सके एवं गया जिला पूर्णतः भूगर्भ जल पर निर्भर है यहां नदियों में पानी 2 महीने तक ही रहता है इसलिए हमें भूगर्भ जल पर निर्भर रहना पड़ता है भूगर्भ जल को रिचार्ज करने के लिए पुराने जल स्रोतों को पुनर्जीवित करना होगा एवं नए जल स्रोतों का निर्माण करना होगा और घर के छतो पर रूफटॉप वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाना होगा साथ ही जल स्रोत के समीप शोकपिट का निर्माण करना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर बिहार की मिट्टी ऐसी है कि वर्षा का पानी रिस कर भूगर्भ में चला जाता है और भूगर्भ जल रिचार्ज हो जाता है लेकिन गया की मिट्टी कठोर है जिसके कारण पानी नीचे नहीं जा पाता है इसलिए पानी को नीचे ले जाने के लिए शोकपिट का निर्माण कराना ही होगा और उन्होंने कहा कि यह संदेश सब तक पहुंचे ताकि हमारे बच्चों का भविष्य बेहतर हो सके और आज श्रमदान के माध्यम से हम यह संदेश सबको देना चाहते हैं कि लोग अपने-अपने घरों में जल संचय करें एवं इसके लिए शोकपिट का निर्माण, रूफटॉप वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने और गैर परंपरागत ऊर्जा जैसे सोलर लाइट का प्रयोग करें एवं ऊर्जा की बचत करें और इसके उपरांत जिलाधिकारी,नगर आयुक्त,उप विकास आयुक्त सहित तमाम पदाधिकारी, शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं द्वारा गांधी मैदान बाउंड्री वॉल के समीप प्लास्टिक को चुनकर डस्टबिन में रखा गया।

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