*मध्य विद्यालय खरखुरा स्कुल स्थातरण केसील करने की मांग नही होगा उग्र आंदोलन।*
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट
गया के खरखुरा मध्य विद्यालय को डेल्हा मध्य विद्यालय किया जाए जो गलत है खरखुरा मध्य विद्यालय से डेल्हा मध्य विद्यालय की दुरी तिन किमी है जो बहुत ही दुरी पर स्थित है मुख्य सडक टेकारी पंचानपुर रोड के उस पार स्थित है जिसे पार भी करना पड़ेगा,खरखुरा मध्य विद्यालय में पिछडा,अति पिछड़ा, दलित और महादलित परिवार के गरिब बच्चे पडते है जिन्हें रोड पार करने एव आने जाने मे कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है मध्य विद्यालय खरखुरा स्कुल दान मे दि गई है जो सन् 1963ई मे फकिरा महतो पति समर महतो बाबा गनौरी महतो द्वारा दान में दिया गया था स्कुल के अध्यक्ष सह वार्ड पार्षद और ट्रस्ट के अध्यक्ष और खरखुरा की जनता के द्वारा पूर्व में भी शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिया गया है जिसपर विधालय अवर निरीक्षक जनार्धन राम ने आर आर अशोक उच्च विद्यालय में बैठक की जिसमें सभी मध्य विद्यालय के शिक्षक और खरखुरा की जनतागण मोजुद थे फिर भी ईनलोगो ने बताया कि दान दी हुई जमीन राज्यपाल के नाम से निबंधन करवा दिया जाऐगा। फिर आज भी जनता ने गया जिलाधिकारी और शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर मांग की है स्कुल प्रबंधन ने चार माह का समय मांगा है ताकि आदेश दिया जाए की मध्य विद्यालय खरखुरा मे स्कुल चलेगी और फिर से विधालय को चालु किया जाए। अगर आदेश नहीं दिया गया तो बच्चे और उनके परिवार वाले धरना प्रदर्शन और भारी संख्या में खरखुरा वासी रोड से जिला प्रशासन तक मध्य विद्यालय खरखुरा मे रहने की बात करेंगे।