मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा नदी के बढ़े हुये जलस्तर का किया निरीक्षण*
*मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा नदी के बढ़े हुये जलस्तर का किया निरीक्षण*
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट बिहार
पटना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गंगा नदी के बढ़े हुये जलस्तर का निरीक्षण किया।सड़क मार्ग से निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री सबसे पहले दीघा घाट के पाटी पुल पहुॅचे, यहाँ उन्होंने गंगा के जल प्रवाह का मुआयना किया और इसके पश्चात जे०पी० सेतु से हाजीपुर पहुँचे और वहाँ गंडक पुल से गंडक नदी के जल प्रवाह का मुआयना किया ,मुख्यमंत्री इसके बाद गांधी सेतु पहुँचे और वहाँ पाया नंबर- 30 के पास रूककर गंगा नदी के जलस्तर का सूक्ष्मता से मुआयना किया।गाँधी सेतु के बाद मुख्यमंत्री अधिकारियों के साथ गाँधी घाट पहुँचे और वहाँ मुख्यमंत्री ने अभियंताओं से विमर्श किया और बढ़े हुये जलस्तर के संबंध में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये।गंगा नदी के अलावा सोन नदी,गंडक नदी और घाघरा नदी के जलस्तर की वर्तमान स्थिति के विषय में भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से जानकारी ली और उत्तराखंड में वर्षा की स्थिति से भी मुख्यमंत्री अवगत हुए।गाँधी घाट पर पत्रकारों से बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न जगहों पर जाकर गंगा नदी के जलस्तर को हम देख रहे हैं और कल भी हम एरियल सर्वे कर बक्सर से आगे तक की स्थिति को देखेंगे।उन्होंने कहा कि कई जगहों पर जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हैजलस्तर बढ़ भी सकता है इसके लिए पहले से ही अलर्ट रहना पड़ेगा।हालांकि वर्ष 2016 में गंगा नदी के दोनों किनारो के 12 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए थे अभी जल का वह स्तर नहीं है लेकिन कोई नहीं जानता है कि कल क्या हो सकता है इसलिए उसके लिए सचेत रहना होगा।इसको लेकर हमने दिशा-निर्देश दे दिये हैं मुख्यमंत्री ने गाँधी मैदान से दीघा घाट तक प्रोटेक्शन वॉल का निरीक्षण भी किया है मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग और जल संसाधन विभाग पूरी तरह सक्रिय है। आज हम खुद देखना चाहते हैं कि जो प्रोटेक्शन वॉल है। उसके बीच में जो जगह होती है उस जगह पर पूरा इंतजाम किया गया है या नहीं।मौसम विभाग के द्वारा जो जानकारी दी जाती है उसके मुताबिक कल सुबह भी जलस्तर में थोड़ी वृद्धि हो सकती है लेकिन उसके बाद की अभी कोई सुचना नही है इसलिए पूरी तरह से सचेत रहना और जो प्रारंभिक तैयारी होती है वह करना पड़ता है इसके लिए जल संसाधन विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग के साथ ही सभी जिला प्रशासन को अलर्ट किया गया है और वे पूरी तरह अलर्ट हैं। सोन नदी का उतना ज्यादा जलस्तर नहीं है लेकिन गंडक नदी का जल स्तर बढ़ा हुआ है।