*राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर आदर्श युवा मिशन &नारी शक्ति संगठन द्वारा स्लम बस्तियों के घर घर जाकर किया निःशुल्क शिक्षा के लिए नामांकन*
*लगभग 60 से अधिक झोपडिय़ों से 150 से अधिक बच्चे का हुई नामांकन*
11 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। ऐसा भारत के पहले शिक्षा मंत्री और भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्मदिन पर उनके सम्मान में किया जाता है। साल 2008 में वैधानिक रूप से इसकी शुरुआत हुई। भारतीय समाज में पौराणिक काल से ही शिक्षा और गुरु का बड़ा ही अहम स्थान रहा है। जहां गुरु अपने शिष्यों को कोई शिक्षा या विद्या सिखाते हैं और फिर शिष्य गुरु के रूप में किसी और को शिक्षा देते हैं इस कड़ी को मजबूत करते हुए *आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर &नारी शक्ति संगठन के शिक्षा विभाग के शिक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा दिवस* के अवसर *शास्त्री नगर के स्लम बस्ती को गोद* लेकर सभी झुगी झोपड़ियों में जा जा कर पहले लोगो को जागरूक किया और अब जो *जो बच्चे पढ़ने के समय में मजदूरी,भिक्षाटन,अर्धनग्न घूमने,खेलने, या अस्लिलता के घेरे में किसी कारणबस या मज़बूरी बस* घिरे थे उनके घर घर जाकर उनके माता – पिता से बात कर उन्हें समझाया जागरूक किया और बताया कि आपके बस्ती में आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर नारी शक्ति संगठन के शिक्षा विभाग के शिक्षा मंत्रालय द्वारा *निःशुल्क शिक्षण संस्थान *राष्ट्रीय आदर्श पाठशाला* की शुरुआत 14 नंबर को *भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन एवम् बाल दिवस बच्चों को समर्पित भारत का राष्ट्रीय त्योहार* के दिन की जाएगी इतना कहना था कि सारे बस्तियों के लोग भावुक को उठे और फिर नामांकन शुरू हुआ लगभग 60 से अधिक झोपडिय़ों से 150 से अधिक बच्चों का निःशुल्क शिक्षा के लिए नामांकन हुआ इस मौके पर आदर्श युवा मिशन हयूमन वेलफेयर,इंडिया के संस्थापक एवम् राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक कुमार सिंह, सक्रिय सदस्य सुभम कुमार,,विशाल कुमार,रविरंजन कुमार रंजीत कुमार आदि सदस्य मौजूद थे
इस संस्था का मुख्य टैगलाइन है
*”विश्व गुरु हो भारत, ऐसा है संकल्प हमारा”*