*बोधगया की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर की गई बैठक*
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट गया बिहार
गया बोधगया के बीटीएमसी के सभागार में आयुक्त मगध प्रमंडल असंगबा चुबा आओ की अध्यक्षता में आगामी पर्यटकीय सीजन के लिए महाबोधि मंदिर एवं बोधगया की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की गई है इस बैठक में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि बोधगया एवं महाबोधि मंदिर के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूर्व में माननीय मुख्यमंत्री,पुलिस महा निरीक्षक एवं आयुक्त मगध प्रमंडल की अध्यक्षता में वर्ष 2018 में अलग अलग समीक्षा बैठक की गई थी। जिसमें दिए गए निर्देशों का अनुपालन किया गया है जिनमें महाबोधि मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग द्वार की व्यवस्था करना था जिसे पूर्ण किया जा चुका है। जगरनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था किया जाना था जिसे किया गया और वहां दो डीएफएमडी लगवाया जा चुका है पुलिस भवन निर्माण निगम द्वारा 7 वॉच टावर बनवाना था, जिनमें से छह वॉच टावर बन गया है एवं शेष सातवां जयप्रकाश उद्यान में बनाने हेतु वन प्रमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखा गया है 11 स्थलों पर नाका बनाना है जिसके लिए भूमि एवं डिज़ाइन उपलब्ध कराई गई है रेड पडेस्ट्रल पर प्रवेश एवं निकास के बीच ऊंचा पारदर्शी घेरा लगाया जाना था जिसे लगवाया जा चुका है बीटीएमसी द्वारा 57 सीसीटीवी कैमरे स्थापित है जबकि नगर पंचायत बोधगया द्वारा 42 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं
आयुक्त महोदय ने नगर पंचायत बोधगया द्वारा लगाए गए सीसीटीवी का एक मॉनिटर बोधगया थाना में स्थापित कराने का निर्देश दिया गया है जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि सीसीटीवी कंट्रोल रूम में 24 * 7 पुलिस पदाधिकारी प्रतिनियुक्त हैं उनके साथ सीसीटीवी स्थापित करने वाले तकनीकी कर्मी भी रहते हैं महाबोधि मंदिर परिसर में 326 पुलिसकर्मी प्रतिनियुक्त हैं जिनमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है एवं पुलिसकर्मियों को रहने के लिए प्रस्तावित 240 बेड का बैरक का निर्माण शनिवार से प्रारंभ करने का निर्देश भवन प्रमंडल को आयुक्त महोदय द्वारा निर्देश दिया गया है इस
बैठक के दौरान यातायात व्यवस्था एवं प्रकाश की व्यवस्था पर भी चर्चा की गई है जिलाधिकारी ने बताया कि दिसंबर से मार्च तक node1 तक ही बड़े वाहनों का प्रवेश दिया जाता है जबकि सामान्य सीजन में थाई मंदिर तक वाहनों का प्रवेश दिया जाता है वाहनों के पार्किंग के लिए इस बार अलग व्यवस्था की जाएगी।आयुक्त महोदय ने कहा कि बड़े वाहनों एवं छोटे वाहनों को अलग-अलग पार्किंग स्थल दिया जाए इस बैठक में बताया गया कि प्रतिबंधित क्षेत्र में रहने वालों के लिए विशेष पास दिए गए हैं जिसे तीन-तीन महीने पर अद्यतन किया जाता है टूरिस्ट बस को स्पेशल पास दिया जाता है जो संबंधित होटल के पास आधा घंटा रुक कर यात्रियों को उतार कर वापस चला जाता है
आयुक्त महोदय ने सभी निर्गत पास को अद्यतन कर लेने का निर्देश दिया गया है आयुक्त महोदय ने कहा कि यातायात के नियम में जीरो टॉलरेंस रहना चाहिए क्योंकि यहां देश-विदेश से लोग आते हैं और बोधगया बिहार की छवि प्रस्तुत करती है उन्होंने कहा कि ऑटो रिक्शा जहां तहां खड़ा रहता है, मोटरसाइकिल सवार द्वारा हेलमेट नहीं पहना जा रहा तथा ट्रिपल सवारी भी देखने को मिल रही है उन्होंने कहा कि बीटीएमसी,परिवहन विभाग और पुलिस उपाधीक्षक यातायात द्वारा सभी ऑटो रिक्शा/ ई-रिक्शा चालकों को प्रशिक्षण दे। इसके एक सप्ताह के बाद नियम का पालन नहीं होता है तो फाइन वसूली करें एवं जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि बोधगया क्षेत्र में बिना निबंधन के ई रिक्शा चलाया जा रहा है बोधगया थाना द्वारा 1 से 500 बीजीटी नंबर दिया गया है और उन सभी ई रिक्शा का निबंधन किया जाना चाहिए एवं आयुक्त महोदय ने कहा कि जो ई रिक्शा असेंबल नहीं है बल्कि कंपनी द्वारा निकाला गया है उनका शिविर लगाकर निबंधन किया जाए।
आयुक्त महोदय ने कहा कि ऐसा देखा जाता है कि पुलिस एवं सरकारी कर्मी भी यातायात नियम का उल्लंघन करते हैं जिससे अच्छा संदेश नहीं जाता है यदि कोई भी सरकारी कर्मी यातायात नियम का उल्लंघन करते पाया जाता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए एवं उन्होंने कहा की मॉन्क्स द्वारा फ्रिस्किंग के दौरान आपत्ति जाहिर करने पर भी चर्चा की गई। पुलिस महानिरीक्षक पारसनाथ ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टिकोण से फ्रीस्किंग आवश्यक एवं अनिवार्य है और इसमें उन्हें सहयोग करना चाहिए एवं बीटीएमसी के सचिव श्री एन दोरजे को उन्हें इससे अवगत कराने को कहा गया साथ ही यह भी कहा गया कि सभी मॉनेस्ट्री के मॉन्क्स को बीटीएमसी ही पास निर्गत करेगी ताकि उनकी पहचान सही रूप से हो सके।इस बैठक में प्रभारी वरीय पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार, पुलिस उपाधीक्षक यातायात, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, जिला परिवहन पदाधिकारी सहित तमाम पदाधिकारी उपस्थित थे।