32 एकड़ में लगी अवैध अफीम की फसल को किया गया नष्ट।*
*32 एकड़ में लगी अवैध अफीम की फसल को किया गया नष्ट।*
बाराचट्टी से संजय सुमन केशरी।
गया: बाराचट्टी थाना के अंतर्गत कई गाँव अतिसंवेदन शील इलाका के नाम से जाना जाता है। जहाँ मादक पदार्थ गांजा,अफीम के खेती के लिए बहुत जोरो से किया जाता है।वन विभाग के अधिकारी मो.आफसार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि थाना मुख्यालय से लगभग 23 किलो मीटर दूर जंगल और पहाड़ियों से घिरे खैरा गाँव के समीप वन विभाग के जमीन पर झारखंड के तस्करों एवं कुछ स्थानीय लोंगो के सहयोग से अवैध रूप से अफीम की खेती किया जा रहा है।
सूचना के बाद सैकड़ो सुरक्षा बलों एवं पुलिसकर्मियों के द्वारा विनष्टीकरण अभियान की शुरुआत किया गया खैरा गांव में 32 एकड़ में लगी अवैध अफीम की खेती को विनष्ट करने के लिए ग्लाइकोसेक केमिकल का छिड़काव किया गया।अभियान में शामिल अधिकारियों ने बताया कि इस इलाके में अफीम की फसल लगे होने की सूचना पर उसे नष्ट करने की कार्रवाई की गई है।मौके से कोई गिरफ्तारी नही हुई,तस्कर भागने में सफल रहे।वन विभाग के जमीन पर अवैध रूप से लगाये गए अफीम तस्करो की पहचान किया जा रहा है। शेष बचे इलाकों में भी शीघ्र ही फसल को नष्ट करने के लिए अभियान चलाया जाएगा।पुलिस मादक पदार्थ अफीम की खेती करने वालों की पहचान में जुटी है। वहीं बाराचट्टी प्रखंड के कई गांवों में अभी भी अफीम की फसल लहलहा रही है।