*पोषण माह अभियान के तहत पितृपछ में लगाये गए पोषण स्टाल,आगनवाड़ी सेविका ने निकाली जन –जागरूकता रैली,जन-जागरूकता से ही दूर होगा कुपोषण,पोषक तत्त्वों से कुपोषण दूर करने की दी गयी जानकारी।*
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट गया बिहार
गया जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने जिले में पितृपछ मेले में पोषण अभियान के तहत पोषण मेला एवं पोषण स्टॉल का उदघाटन किया किया वही आगनवाड़ी सेविका के जन –जागरूकता के रैली को फ्लेग दिखाकर रवाना किया और मेले में शिक्षा विभाग,लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग,आईसीडीएस,कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं जीविका द्वारा पोषण पर सन्देश देने के लिए स्टाल लगाए गये।घर-घर पोषण हर घर रौशन का किया आह्वान:इस अवसर जिलाअधिकारी सहित सभी ने मिलकर घर घर पोषण हर घर रोशन का भी आह्वान किया जिलाधिकारी ने कहा बच्चो को कुपोषण से बचाने के लिए उन्हें पोषण तत्त्व देना ज़रूरी है जिसके लिए सरकार द्वारा चलायी गयी योजनाओं को प्रशासन जन- जन तक पहुंचने के लिए हरसंभव प्रयास कर किया जा रहा हैआईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी किशलय शर्मा ने विभागों द्वारा पोषण मेले में स्टाल लगाकर पोषण के सन्देश को बुलंद किये जाने पर सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया है उन्होने कहा महिला,शिशु एवं किशोर को सुपोषित करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं और उन्होंने बताया कि जिले में 1 से 30 सितंबर तक पोषण माह चलाया जा रहा है जिसमें विभिन्न कार्यकमों के माध्यम से जिले को कुपोषण के दंश से बचाने की कोशिश की जा रही है इसके लिए सहयोगी विभागों द्वारा पोषण पर जागरूकता फ़ैलाने के साथ सामुदायिक पोषण में सुधार भी सुनश्चित की गयी है पोषण मेले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गए स्टाल में पोषण पर जानकारी के साथ बच्चों एवं माताओं की जाँच सुविधा उपलब्ध करायी गयी।मेले में दी गयी ये जानकारी:मेला में मौजूद महिलाओं को बताया गया कि शिशुओं को छह माह तक मां का दूध ही दें। उसके बाद ऊपरी आहार दें, इसके साथ ही नियमित टीकाकरण कराएं। ग। वहीं बताया गया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों का नियमित वजन करवाएं तथा खून की कमी होने पर पौष्टिक आहार जैसे सोयाबीन,केला,दूध आदि का आहार दें।कुपोषण से बचने के लिए पौष्टिक आहार जरूरी:कुपोषण से बचने के लिए किसी भी व्यक्ति के आहार में पोषक तत्वों की सही मात्रा होनी चाहिए और भोजन में प्रोटीन,कार्बोहाइड्रेट,वसा,विटामिन और खनिज सहित पर्याप्त पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिये और मेले में पोषक खाद्य पदार्थो की प्रदर्शनी भी लगाई गई है आँगनबाड़ी केन्द्र से स्वादिष्ट व पौष्टिक पोषाहार का नियमित वितरण कराया जा रहा है तो अतिकुपोषित बच्चों की विशेष निगरानी की जा रही है इसके अलावा गर्भवती महिलाओं व धात्री महिलाओं को भी पौष्टिक आहार दिया जा रहा है, ताकि कोख में पलने वाला बच्चा कुपोषण का शिकार न हो सके और अब सरकार ने पोषण माह अभियान के जरिए कुपोषण के खिला़फ जंग का एलान किया है।