*नम आँखों से किया मां दुर्गा,माँ काली की विदाई,धूमधाम से किया मूर्ति विसर्जन।*
*नम आँखों से किया मां दुर्गा,माँ काली की विदाई,धूमधाम से किया मूर्ति विसर्जन।*
संजय सुमन केशरी
गया:बताचट्टी शारदीय नवरात्र के बाद दशहरा का पर्व पूरे गया जिला के कई प्रखंडों में धूमधाम से मनाया गया।एक तरफ जहाँ असत्य पर सत्य की जीत के लिए रावण का दहन किया गया।वहीं दूसरी तरफ मां दुर्गा विसर्जन गाजे- बाजे के साथ बड़े धूम-धाम से किया गया।मान्यता है कि विसर्जन के बाद माता रानी वापस अपने लोक लौट जाती है। इसी मान्यता के अनुसार हर वर्ष नवरात्रि के बाद माता का प्रतिमा विसर्जन के बाद उनकी प्रतिमा को जल में प्रवाहित किया जाता है। *आचार्य जर्नादन तिवारी* ने बताया कि मान्यता है कि विसर्जन के बाद देवी अपने परिवार के साथ वापस कैलाश पर्वत के लिए प्रस्थान कर जाती हैं। क्योंकि शास्त्रों में ऐसा विधान बताया गया है। शास्त्र कहता है कि देवी-देवताओं की प्रतिमा को पूजन के बाद जल में समर्पित कर देना चाहिए।नवरात्र के नौ दिनों में मां की आराधना की जाती है, उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। फिर मंगल कामना के बाद उनका विसर्जन किया जाता है।सरवा बाजार में माँ दुर्गा,माँ काली का भव्य मूर्ति स्थापना हुई थी।वही दशमी के बाद दिन बुधबार को पूरे बाजार में आस्था का सैलाब उमड़ा।माताओ ने मां को सिंदूर लगाया और माँ से अंतिम विदाई ली और जल्द आने की कामना भी किया।इसअवसर पर अधिक संख्या में पुलिस प्रशासन के
अलावा आचार्य जनार्दन तिवारी,उप प्रमुख इंद्रदेव यादव,राजू रजक,संतोष कुमार एडवोकेट, लक्ष्मण,सूरज गुप्ता,लोजपा प्रखंड अध्यक्ष संजय प्रसाद, समेत ग्रामीण महिलाए एवं पुरुष मौके पर मौजूद थे।