*खेल कूद से प्रतियोगिता की क्षमता विकसित होती है-डीएम*
धीरज गुप्ता की रिपोर्ट गया बिहार
गया के केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1, गया में आयोजित वार्षिक खेलकूद समारोह का उद्घाटन जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के कर कमलों से दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर स्काउट एंड गाइड/ एनसीसी के बच्चों ने पारंपारिक पैरेड के साथ जिलाधिकारी महोदय का स्वागत किया तथा केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य द्वारा पुष्पगुच्छ प्रदान कर हार्दिक अभिनंदन किया गया है खेल समारोह का शुभारंभ झंडा फहरा कर एवं गुब्बारा उड़ा कर किया गया एवं इस अवसर पर खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने समारोह में शामिल होने के लिए प्रसन्नता जाहिर की और अपने स्कूल के दिनों का स्मरण करते हुए कहा कि उन्हें भी स्पोर्ट से काफी लगाव था एवं उन्होंने कहा कि अब जमाना बदल गया है पहले कहा जाता था खेलोगे कूदोगे तो बनोगे खराब, पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब।लेकिन अब परिस्थिति बदल गयी है आज अगर आप अच्छा खेलते हैं तो उस क्षेत्र में भी कैरियर की असीम संभावनाएं हैं हमारे स्कूल व कॉलेज खेल के लिए प्लेटफार्म प्रदान करते हैं साथ ही स्पोर्ट्स हमे कॉम्पिटेटिव बनाते हैं जो पढ़ाई से निकलने के बाद जब हम जीवन क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो यह कॉम्पिटेटिव एटिट्यूड काफी काम करता है उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि जो अच्छे स्पोर्ट्समैन होते हैं वह जीवन क्षेत्र में भी अच्छा करते हैं उन्होंने कहा कि आज मोबाइल और टीवी का युग है हम और हमारे बच्चे घरों में कैद हो रहे हैं स्पोर्ट्स हमें घर से बाहर निकालने का अवसर प्रदान है उन्होंने कहा कि खेलकूद से शरीर का एक्सरसाइज भी हो जाता है जो काफी जरूरी है आज के युग के जीवन शैली के कारण हम दिन प्रतिदिन सुस्त होते जा रहे हैं और आने वाले दिनों में यह और बढ़ती जाएगी और इससे हमारे शरीर में धीरे-धीरे अनेक समस्या आने लगेगी एवं इसलिए उन्होंने सभी को एक से डेढ़ घंटा आउटडोर गेम खेलने की सलाह दी एवं उन्होंने कहा कि हम अपने बच्चों को भी एक से डेढ़ घंटा आउटडोर गेम खेलने देते हैं उन्होंने कहा कि आज जब शिक्षा का निजीकरण और वाणिज्यीकरण हो गया है वैसे समय में भी कई सरकारी स्कूल हैं जो शिक्षा का मान बढ़ाएं हुए हैं उनमें केंद्रीय विद्यालय का स्थान अद्वितीय है और उन्हें विश्वास है कि आने वाले दिनों में भी यह स्कूल इस भूमिका को बखूबी निभाता रहेगा एवं उन्होंने कहा कि वे खुद एक सरकारी स्कूल से शिक्षा ग्रहण किए हैं उन्होंने कहा कि हमें ऐसा लगता है कि प्राइवेट स्कूल के बच्चे जो ज्यादा फीस देकर अच्छे स्कूल में पढ़ते हैं वह हमसे अच्छा करते हैं यह अवधारणा गलत है उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल के टेक्स्ट बुक और कैरीकुलम बहुत ही उच्च स्तर के हैं जो काफी अनुसंधान के बाद तैयार किया जाता है सरकारी स्कूल में धारणा विकसित करने की क्षमता अधिक है उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं से कहा कि जब आप भविष्य में उनसे प्रतियोगिता करेंगे तो निश्चित रूप से आप उनसे बेहतर करेंगे एवं उन्होंने उन सभी शिक्षक एवं उन सभी लोगों,जो इस पद्धति में लगे हैं, को बधाई दी है उन्होंने कहा कि सभी बच्चों में अलग-अलग टैलेंट और अलग क्षमता रहती है जिसके अनुरूप उन्हें विकसित किया जाना चाहिए एवं उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले दिनों में खेल एवं शिक्षा के क्षेत्र में यह विद्यालय अग्रणी रहेगा एवं इसके उपरांत जिलाधिकारी को स्मृति चिन्ह एवं शाल ओढ़ाकर उन्हें सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन रुकसाना बानो,सुषमा सिंह,वी के सिंह ने किया।इस अवसर पर प्राचार्य डा अमिता खातुन, विवेकानंद,सुरदीप कुमार,पवन कुमार,किरण कुमारी,आस्था,आरती कुमारी, अविनाश कुमार, सुचना जनसंपर्क अधिकारी एन ए जा,
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