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शिक्षा के साथ व्यक्तित्व विकास कैसे हो एनएसएस के स्वयंसेवकों ने की कार्यशाला।*

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*शिक्षा के साथ व्यक्तित्व विकास कैसे हो एनएसएस के स्वयंसेवकों ने की कार्यशाला।*

गया:-आज दिनांक 5 दिसंबर 2019 को गया कॉलेज एमसीए कॉन्फ्रेस हॉल में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों द्वारा स्वयंसेवक दिवस के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में स्वयंसेवकों को व्यक्तित्व विकास की जानकारी दी गई एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के विषय पर प्रकाश डाला गया। इस कार्यक्रम के सरप्राइजिंग गेस्ट के रूप में सत्यम लोहानी,विनय कुमार और शुभांगी सिन्हा को चुना गया। गया कॉलेज गया के प्राचार्य डॉ दिनेश प्रसाद सिन्हा ने बताया कि एनएसएस के स्वयंसेवक कॉलेज की मान बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहते हैं,पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों में भी ये शामिल होते हैं,संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि यह दिन नए वैश्विक लक्ष्यों को लागू करने के लिए काम करने वाले स्वयंसेवको द्वारा किए जा रहे प्रयासों को बढ़ावा देने का अवसर है। स्वयंसेवकों का काम बड़ा महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे अपने कार्य से युवाओं को मुख्य धारा से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके साथ ही स्वयंसेवकों के प्रयास से समाज में फैल रही बुराईयों को दूर करने में मदद मिल रही है। साथ ही साथ प्राचार्य ने कहा कि हमारे गया कॉलेज गया एनएसएस के सभी स्वयंसेवकों पर विश्वास है कि यह अपने मेहनत और लगन से देश की सेवा में एक मिसाल कायम कर देंगे। कार्यक्रम पदाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि स्वयंसेवकों का महत्व पूरे विश्व में सबसे अधिक है। बिना किसी स्वार्थ के ग्रुप लीडर विशाल राज और उनकी टीम समाज के लिए बेहतर कार्य करने का बीड़ा उठाते हैं। मिसाल के तौर पर गया कॉलेज गया के स्वयंसेवक गरीबों और बेसहारा लोगों की सेवा के लिये निरंतर कार्य कर रहे हैं। निस्वार्थ भाव की इसी सेवा को संयुक्त राष्ट्र ने सम्मान दिया।दुनिया के विभिन्न देशों में गरीबी, भूख, महामारी, अशिक्षा, पर्यावरण मूल्य, महिला हिंसा, उत्पीड़न जैसे विषयों पर हमारे एनएसएस स्वयंसेवक काम कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का नेतृत्व एवम मंच संचालन कर रहे एनएसएस ग्रुप लीडर विशाल राज ने बताया कि हम स्वयंसेवकों के अंदर अनुशासन एवं देश के लिये सेवा का भावना रहना चाहिए। इसके उद्देश्य मुझको नहीं तुझको को अपनाना चाहिए लेकिन देखिए हमारे समाज में विभिन्न तरह के मुश्किलें हैं लेकिन इस मुश्किलों से देश को कैसे बाहर निकाले और दुनिया के सबसे श्रेष्ठ राष्ट्र खड़ा कर सकते हैं इसके बारे में सोचना होगा और इसके लिए सभी एनएसएस स्वयंसेवकों को सकारात्मक सोच रखनी होगी। हमारे आसपास हो या कोई भी जगह आपात स्थिति हो तो उसमें कैसे हम लोग सहयोग करें और आगे बढ़े इस पर काम करना होगा। समाज में कैसे भेदभाव को खत्म किया जाए इससे आगे बढ़ने की आवश्यकता है, साथ ही साथ छात्र छात्राओं को खेल के माध्यम से मनोरंजन भी करते रहना चाहिए। इस मौके पर ग्रुप लीडर विशाल राज, वरिष्ठ स्वयंसेवक श्रुति त्रिपाठी,मनीष सिंह,लाडली कुमारी,अनुराग कुमार,नैंसी सिन्हा,आदिति उपाध्याय,उज्जवल सेठ,स्वीटी राज,तेजस्व,चांदनी,ऋतु,खुश्बू सिंह,इंशा, खुशी बरनवाल,आर्शिका,पूनम,प्रियंका,आयुषी,सौरभ कुमार सिंह,ताहिर, फैजान,रुद्र शरण, अभिषेक ओझा, नवीन शर्मा, तारीक,इंद्रजीत,अमरेंद्र, शशांत,अबिषेक,सुधीर,शुभम,चंद्रदीप,विक्की,छोटू, सौरव,श्रेया,अम्बुज ने अपनी अपनी बातों को सभागार में रखा।

विशाल राज
एनएसएस,ग्रुप लीडर
गया कॉलेज गया

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